Energy Department
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- वाणिज्य कर विभाग
- श्रम,नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग
- सूचना प्रौद्योगिकी एवं ई-गवर्नेंस विभाग
- स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग
- स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग
Invitation for public Comments /Suggestion on upcoming Grid Substation in the state of Jharkhand
Start Date: 30-07-2019
End Date: 31-12-2019
Jharkhand Urja Sancharan Nigam Limited (JUSNL) was set up in January 2014 and is registered under the companies Act, 1956. JUSNL started functioning as transmission licensee in ...
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Bhawna 5 years 10 months ago
इसके अलावा हजारीबाग, रामगढ़, चतरा, कोडरमा व गिरिडीह में भी ग्रिड सब स्टेशन व ट्रांसमिशन लाइन बनाये जायेंगे. तीन साल में यह संचरना खड़ी हो जायेगी. इसके बाद वितरण कंपनी को लगभग 1200 करोड़ रुपये की बचत होगी. प्रस्तावित ग्रिड में रांची के ओरमांझी, मांडर, बुढ़मू, तुपुदाना, सिल्ली में नये ग्रिड बनेंगे. इसके बाद रांची में सुचारू रूप से बिजली आपूर्ति की जा सकेगी. इससे राजधानी में आपूर्ति में सुधार होगी.
Bhawna 5 years 10 months ago
रांची : रांची समेत डीवीसी के कमांड एरिया में नये ग्रिड बनेंगे. साथ ही नये ट्रांसमिशन लाइन भी बनाये जायेंगे. झारखंड ऊर्जा विकास निगम के बोर्ड अॉफ डायरेक्टर्स की बैठक में 24 नये ग्रिड सब स्टेशन व ट्रांसमिशन लाइन बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गयी है. जिसमें 16 ग्रिड सब स्टेशन डीवीसी कमांड एरिया में बनेंगे. खासतौर पर धनबाद में चार, बोकारो में दो सब स्टेशन बनेंगे.
Bhawna 5 years 10 months ago
ग्रिड बनने में लगे 3 साल: इस ग्रिड को बनने में 3 साल का समय लगा। इसका निर्माण खुद पीजीसीआईएल ने किया है। इसमें करीब 65 से 70 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।
Bhawna 5 years 10 months ago
ग्रिड बनने में लगे 3 साल: इस ग्रिड को बनने में 3 साल का समय लगा। इसका निर्माण खुद पीजीसीआईएल ने किया है। इसमें करीब 65 से 70 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।
Bhawna 5 years 10 months ago
ग्रिड बनने में लगे 3 साल: इस ग्रिड को बनने में 3 साल का समय लगा। इसका निर्माण खुद पीजीसीआईएल ने किया है। इसमें करीब 65 से 70 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।
Bhawna 5 years 10 months ago
ग्रिड बनने में लगे 3 साल: इस ग्रिड को बनने में 3 साल का समय लगा। इसका निर्माण खुद पीजीसीआईएल ने किया है। इसमें करीब 65 से 70 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है।
Bhawna 5 years 10 months ago
पहले हटिया ग्रिड-2 से लोहरदगा, लातेहार होते हुए मेदिनीनगर 132/33 केवी ग्रिड सबस्टेशन में बिजली जाती थी। चूंकि नई ग्रिड पीजीसीआईएल की है और पीजीसीआईएल नेशनल ग्रिड है। इसलिए अब सीधे इस ग्रिड में बिजली सासाराम से आएगी। उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र के लोग और राजनेता वर्षों से बिजली की समस्या को लेकर आंदोलन करते रहे हैं। विधानसभा में कई बार आवाज उठ चुका है।
Bhawna 5 years 10 months ago
पहले हटिया ग्रिड-2 से लोहरदगा, लातेहार होते हुए मेदिनीनगर 132/33 केवी ग्रिड सबस्टेशन में बिजली जाती थी। चूंकि नई ग्रिड पीजीसीआईएल की है और पीजीसीआईएल नेशनल ग्रिड है। इसलिए अब सीधे इस ग्रिड में बिजली सासाराम से आएगी। उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र के लोग और राजनेता वर्षों से बिजली की समस्या को लेकर आंदोलन करते रहे हैं। विधानसभा में कई बार आवाज उठ चुका है।
Bhawna 5 years 10 months ago
पहले हटिया ग्रिड-2 से लोहरदगा, लातेहार होते हुए मेदिनीनगर 132/33 केवी ग्रिड सबस्टेशन में बिजली जाती थी। चूंकि नई ग्रिड पीजीसीआईएल की है और पीजीसीआईएल नेशनल ग्रिड है। इसलिए अब सीधे इस ग्रिड में बिजली सासाराम से आएगी। उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र के लोग और राजनेता वर्षों से बिजली की समस्या को लेकर आंदोलन करते रहे हैं। विधानसभा में कई बार आवाज उठ चुका है।
Bhawna 5 years 10 months ago
इससे कम से कम 45-50 मेगावाट बिजली की बचत होगी, जो रांची और लोहरदगा में लोड शेडिंग व ब्रेक डाउन से फायदा होगा। अभियंता प्रमुख संचरण जय प्रकाश ने बताया कि इस ग्रिड के नेशनल ग्रिड से जुड़ जाने के बाद सभी समस्याओं का समाधान एक साथ हो गया। पलामू के साथ-साथ रांची को भी इसका फायदा होगा।