Department of Labour, Employment and Training
- Department of Building Construction
- Department of Cabinet Secretariat and Vigilance
- Department of Excise and Prohibition
- Department of Finance
- Department of Forest, Environment & Climate Change
- Department of Industries
- Department of Information & Public Relations
- Department of Law
- Department of Mines & Geology
- Department of Panchayati Raj
- Department of Personnel, Administrative Reforms & Rajbhasha
- Department of Planning & Development
- Department of Revenue, Registration & Land Reforms
- Department of Road Construction
- Department of Rural Works
- Department of Women, Child Development & Social Security
- अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग
- उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग
- उर्जा विभाग
- कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग
- खाद्य ,सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग
- गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग
- ग्रामीण विकास विभाग
- जल संसाधन विभाग
- नगर विकास एवं आवास विभाग
- परिवहन विभाग
- पर्यटन, कला-संस्कृति, खेल -कूद और युवा कार्य विभाग
- पेयजल एवं स्वच्छता विभाग
- मंत्रिमंडल (निर्वाचन) विभाग
- वाणिज्य कर विभाग
- श्रम,नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग
- सूचना प्रौद्योगिकी एवं ई-गवर्नेंस विभाग
- स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग
- स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग
Shramshakti Abhiyan
Start Date: 01-10-2019
End Date: 31-10-2019
The state of Jharkhand is having almost 92 percent of the unorganized workers (including construction workers) in the entire country. The Government of Jharkhand after the decision ...
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Bhawna 5 years 6 months ago
रघुवर दास ने कहा कि सरकार सभी श्रमिकों का विकास चाहती है और इसके लिए जो भी जरूरी कदम होंगे, उठाए जाएंगे, क्योंकि इनका राज्य और देश के नव निर्माण में अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि मैं भी टाटा स्टील में मजदूर था, लेकिन झारखंड की जनता ने विकास और खुशहाली के लिए पूरे राज्य का मजदूर बनाकर भेजा। ऐसे में समाज के अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचना चाहिए। इसी ध्येय के साथ काम कर रहा हूं।
Bhawna 5 years 6 months ago
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बुधवार को कहा कि दिवाली से पहले झारखंड भवन निर्माण बोर्ड से जुड़े पुरुष श्रमिकों को शर्ट-पैंट और महिलाओं को साड़ियां दी जाएंगी। मुख्यमंत्री दास ने बुधवार को यहां आयोजित कार्यक्रम में यह घोषणा की।
Ravi Ranjan 5 years 7 months ago
good job keep it up .
SHAMBHU SHANKAR BEHRA 5 years 7 months ago
धन्यवाद् सर् श्रम् शक्ति अभियान् कॆ द्वारा काफि गरिब् लॊगॊ कॊ फायदा पहुन्च् रहा है विशॆस् अभियान् मॆ कइ लॊगॊ कॊ भारी मत्रा मॆ फायदा पहुन्चा,कइ गरिब् लॊग् लाभान्वित् हुऎ ,मै खुद् भी कइ लॊगॊ कॊ इस्की जान्कारी दि और् इस् अभियान् सॆ उन्कॊ निबन्धित् करनॆ का प्रयास् किया
Mandar Das 5 years 7 months ago
I would say a great initiative to keep the interest of the greater sections of the labourer who come from unorganised sector and whose efforts are the building pillars of our community. It's time to recognise their contribution and help them securing thier future.
Mandar Das 5 years 7 months ago
By registered will enable the workers to get easily recognised under labour management system and can avail various services and facilities that Government has to offer.
Mandar Das 5 years 7 months ago
This drive will ensure to invite more and more people from different unorganised sectors of the state and get registered so as to get included in the classified organised group and firmly establish their identity
V K TYAGI 5 years 7 months ago
श्रम शक्ति अभियान में यह जरूरी है कि सभी श्रमिकों को एकत्रित किया जाए उनकी संगठित संगठन बनाया जाए जो उनके अधिकारों के लिए संघर्ष कर सकें एवं ऐसे श्रमिकों को जागरूक कर सके कि उनके अधिकार क्या हैं लोग उनका शोषण ना कर सकें उनको अपने श्रम का पूरा दाम में ले एवं उनका उत्पीड़न व शोषण ना हो इसके लिए आवश्यक है इस श्रम शक्ति अभियान पूरे देश में चलाया जाए जिसमें असंगठित कामगारों को इकट्ठा किया जाए उनकी आवाज को समाज में एवं सरकार के सामने रखा जाए उनके अधिकारों का संरक्षण किया जाए ताकि उनका शोषण रुक सके
V K TYAGI 5 years 7 months ago
श्रमशक्ति अभियान के तहत पूरे देश में श्रमिकों को संगठित कर उन्हें एक करना है आज श्रमिक जो असंगठित छेत्रो से आते है उनका न तो कोई संगठन है और न ही कोई नेता .एं लोगो का सबसे ज्यादा उत्पीड़न होता है क्योंकि कोई भी उनकी सुनने वाला नहीं है वह सबसे ज्यादा प्रभावित है अत हमें श्रम शक्ति अभियान के तहत इन्हे संगठित करना है इन्हे अपने अधिकारों की जानकारी देनी है इन्हे आवाज देनी इनका उत्पीड़न रोकना है ताकि यह भी संगठित मजदूरों की तरह अपने अधिकार पा सके व अन्य suvidhay पा सके