मानव जीवन और पर्यावरण को हमेशा से ही एक दुसरे का पूरक कहा जाता है। बगैर पर्यावरण के बिना हम जीवन की कल्पना भी नही कर सकते हैं । आज दुनिया भर में ग्लोबल वार्मिंगएक प्रमुख पर्यावरणीय मुद्दा बनते जा रहा है। विश्व पृथ्वी दिवस भी पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करता है। विश्व पृथ्वी दिवस 2019 पूरे विश्व के लोगों द्वारा 22 अप्रैल, को मनाया जाता है। इस दिन पर्यावरण प्रेमी, पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर करने के लिए समर्थन प्रदर्शित करते हैं।हम भी इसमें योगदान दे सकते हैं।
जी हां, पृथ्वी दिवस में एक आम नागरिक भी अपना एक छोटा किंतु महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। जिस तरह से आज हर तरह से प्रकृति का दोहन जारी है उससे वैश्विक स्तर पर हमारे भविष्य के लिए चिंता होना स्वभाविक है। जिस तरह से शहरीकरण बढ़ रहा है और पेड़ों का अंधाधुंध काटन जारी है उससे ग्लोबल वार्मिक आज एक वैश्विक संकट बनते जा रहा है। हम खुद के जरिए भी इसमें योगदान दे सकते हैं। जैसे-वृक्षारोपण कर, प्लास्टिक को नष्ट कर,ईधन से चलने वाले वाहनों का न्यूनतम प्रयोग कर आदि। प्राकृतिक संसाधनों का जिस तरह से दोहन हो रहा है वो खुद हमारे ही भविष्य पर संकट खडे़ कर रहा है। इसलिए पृथ्वी दिवस को एक ही दिन नही बल्कि हर रोज मनाने की जरूरत है।
राज्य के नगर निकायों में अर्थ दिवस मनाया गया। पौधारोपण किया गया एवं स्कूल के बच्चों द्वारा कचडे एवं बेकाम की चीजों से सुन्दर सजावटी चीजें बनाई गयी। बच्चों द्वारा तैयार की गयी चीजों प्रदर्शनी भी लगाई गई। स्कूली बच्चों ने बहुत उत्साह से भाग लिया। उनको बेकार पड़ी चीजों का दुबारा प्रयोग के साथ साथ कई अन्य महत्वपूर्ण एवं ज्ञानवर्धक जानकारी भी दी गयी। कुछ स्लोगन जो नगर निकायों द्वारा दीवाल लेखन हेतु इस्तेमाल किया जा सकता है:-
• प्रकृति को न करे हरण , आओ बचाएं पर्यावरण ।
• Recycle for lifecycle
• प्रकृति का पोषण करे हम , धरती को हरा भरा रखे हम ।
• Wet waste into the bin which is green another step to make your country clean.
• हरे और नीले डस्टबिन का सही प्रयोग ले, जायेगा हम सबको एक स्वच्छ भारत की ओर ।
• Blue bin is meant for dry waste such as plastic, paper, metal, etc –Choose your colour wisely.
• ना करे प्लास्टिक से प्रदूषण , प्रकृति और मिट्टी को रखे रोशन ।
• Cleanliness is the way to good health and happiness. Let it be a habit.
• हम सबने यह ठाना है, भारत स्वच्छ बनाना है ।
• Together we can, together we will
• मेरा शहर साफ़ हो इसमे हम सब साथ हो ।
उपरोक्त कार्य को सफल बनाने के लिए Jharkhand.mygov.in पर नागरिकों का सुझाव आमंत्रित है।
V K TYAGI 4 years 4 months पहले
पृथ्वी दिवस पर्यावरण के लिए आवश्यक है हमें इस दिन को मनाने के लिए सभी तैयारी के लिए आवश्यक है कि हम प्रथ्वी दिवस पर प्रतिज्ञा करे कि हम प्रथ्वी का ताप कम करने व प्रथ्वी को हरा भरा करने का कार्य करेंगे
Santanu Datta 4 years 4 months पहले
Still now there is only one Earth in this universe where life is present so we should save our Earth.
Santanu Datta 4 years 4 months पहले
The word "Earth day" itself says awareness about Earth. At this time of science and technology we are feeling need to celebrate "Earth Day" itself is a matter of concern. That means many peoples in this world who are not yet aware of saving Earth and its environment.
Rahul 4 years 4 months पहले
स्वच्छता देश की संस्कृति का हिस्सा है। स्वच्छता अभियान के प्रति सभी लोगो को आगे आना चाहिए।यह अभियान हमारे वातावरण को शुद्ध करेगा ।
V K TYAGI 4 years 4 months पहले
मानव जीवन बिना पर्यावरण के संभव ही नहीं है पर्यावरण का प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है आज पर्यावरण प्रदूषण के कारण बहुत ही खराब स्थिति में है
आज पर्यावरण बहुत ही खराब स्थिति में है जिसके कारण मानव जीवन पर दुष्प्रभाव पड़ता है आज प्रदूषण के कारण हवा,पानी व मिटटी भी प्रदूषित होती है जिसका प्रभाव मानव जीवन पर पड़ रहा है हमें तत्काल इस और ध्यान देने की आवश्यकता है
satendra pal singh 4 years 4 months पहले
पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल को मनाया जाता है पृथ्वी दिवस मनाने से पहले देश के नागरिकों को वायु प्रदूषण एवं ग्लोबल वार्मिंग पर विशेष ध्यान देना चाहिए जिससे कि पृथ्वी दिवस की मनाने की आकांक्षा बनी रहे
Shivangi Manjhwar 4 years 4 months पहले
Respected Sir,
To save @EARTH firstly we should save water and environment because they affect to our earth.I want to say that for saving earth we should never use plastic and plant a trees in large amount.Lastly,I want to say that we should not pollute to our rivers & environment because they are part of earth.
Earth day:22April
Thank you
Ramakrishna Lakshmanan 4 years 4 months पहले
Earth does not just belong to humans, but also, to other living creatures that exist here. We must learn to co-exist and respect each other's space. Plants, animals, birds, reptiles, sea-creatures, etc. all have equal rights of existence. Humans must not violate their space and disrupt their right of existence. Co-habitation must be mutually acceptable and sustainable. Preserving flora and fauna is very critical in this aspect. A mutual co-existence and preserving ecological balance is a must.
I REE CONSTRUCTION INDIA PRIVATE LIMITED 4 years 4 months पहले
अपने देश में बढ़ा संकट भारतवर्ष जैव संपदा की दृष्टि से समृद्धतम देशों में से एक है। विश्व में पाई जाने वाली विभिन्न प्रजातियों के लगभग 40 प्रतिशत जीव-जंतु भारत में पाए जाते हैं। लेकिन इंसानी लालच और वनों के कटाव की वजह से उक्त प्रजातियों में बड़ी तेजी से गिरावट आने लगी और कालांतर में कुछ प्रजातियों का अस्तित्व ही समाप्त हो गया।
I REE CONSTRUCTION INDIA PRIVATE LIMITED 4 years 4 months पहले
2016 का विषय था- धरती को सुरक्षित रखने के लिए पेड़ बहुत जरूरी हैं, इसलिए इसके बचाव पर जोर देना चाहिए। 2017 में पृथ्वी दिवस की थीम थी-पर्यावरण और जलवायु साक्षरता। 2018 में विश्व पृथ्वी दिवस के लिए थीम था-प्लास्टिक प्रदूषण का अंत। हालांकि ये उद्देश्य बीते वर्षों के हैं लेकिन इन पर अब भी निरंतर प्रयास किए जाने की जरूरत है।